त्रेतायुग से आज तक अर्थात , रामायण काल से अब तक हर काल में सीता देती आई है अग्निप त्रेतायुग से आज तक अर्थात , रामायण काल से अब तक हर काल में सीता दे...
दूर्रलघ्न शाश्वत अग्रणी आद्यंत ले श्रीराम आए। दूर्रलघ्न शाश्वत अग्रणी आद्यंत ले श्रीराम आए।
भज मन राम मेरे राम राम मेरे राम राम राम। भज मन राम मेरे राम राम मेरे राम राम राम।
मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कराहट की खातिर मेरे सेंटा मेरे पापा साथ हर दिन निभाते हैं रात हो या दिन मेरी हर मुस्कर...
राम राम टें टें शायद राम का अर्थ वो नहीं जानता या नहीं जानता मैं। राम राम टें टें शायद राम का अर्थ वो नहीं जानता या नहीं जानता मैं।
बाँस की हँस कर दोहरी होती टहनियाँ,जब बाँसुरी बन सजती हैं,कहती हैं व्यथा बिछोह की,किसी गडरिये के होठो... बाँस की हँस कर दोहरी होती टहनियाँ,जब बाँसुरी बन सजती हैं,कहती हैं व्यथा बिछोह की...